नूंह और गुरुग्राम में फैली साम्प्रदायिक हिंसा की बातचीत अब भी जारी है। इस परिस्थिति के चलते बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) ने दिल्ली में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है। दिल्ली और नोएडा के पुलिस ने हालात को देखकर अलर्ट जारी किया है।
नूंह और गुरुग्राम में हुई साम्प्रदायिक हिंसा की आग अब भी नहीं बुझी है। इस आग का प्रभाव अब दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद तक भी पहुंच सकता है। बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद ने दिल्ली-एनसीआर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है। इसके परिणामस्वरूप सभी स्थानों पर पुलिस अलर्ट जारी की गई है और सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है। सड़कों पर बैरिकेडिंग कर वाहनों की सख्त जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि वे किसी भी प्रयास से सुरक्षा और साम्प्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने मेवात के नूंह में हिंदू समुदाय पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया है। इसके साथ ही, वे नोएडा और गाजियाबाद की नवयुग मार्केट में भी प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं। इस प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
दिल्ली में संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा की गई है। पुलिस ने बताया कि हरियाणा के कुछ जिलों में हो रही साम्प्रदायिक हिंसा को देखते हुए दिल्ली के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है, और आवश्यकतानुसार वहां अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी है। वीएचपी के सदस्यों ने दिल्ली के निर्माण विहार और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के घौंडा चौक पर प्रदर्शन किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें यह करने की अनुमति नहीं दी। दिल्ली पुलिस के अनुसार, राजधानी में पूरी सुरक्षा की गई है।
नूंह हिंसा के पीछे बड़ी साजिश का संकेत : मुख्यमंत्री खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस समय नूंह हिंसा को एक बड़ी साजिश के अंश के रूप में बताया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी और कहा कि कोई भी दंगाई सजा से मुक्त नहीं होगा।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बृजमंडल यात्रा के आयोजकों ने जिला प्रशासन को यात्रा के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी थी। इसके कारण घटनाओं का यह संघटन हुआ, और वे यह सुनिश्चित करने के लिए जांच कर रहे हैं कि क्या विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति थी या नहीं।