Tuesday, November 28, 2023
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    ASI टीम ने 23वें दिन ज्ञानवापी में चिह्नित करेगी स्थान: 22 दिनों में 135 घंटे का सर्वे, हैदराबाद की GPR टीम के मददगार कानपुर के एक्सपर्ट

    वाराणसी4 मिनट पहले

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    वाराणसी के ज्ञानवापी में आज भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) की टीम के सर्वे का 23वां दिन है। त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच टीम परिसर में ऐतिहासिक संभावनाएं तलाशने उतरी है। जिला जज के आदेश और सुप्रीम कोर्ट-हाईकोर्ट की सहमति के बाद ASI के अधिकारी सर्वे कर रहे हैं। अब तक अब तक 22 दिन में 135 घंटे का सर्वे पूरा हो चुका है। सर्वे में हैदराबाद की टीम ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) सर्वे के लिए निर्धारित मानकों पर कार्रवाई कर रही है। अब जल्द ही कानपुर से GPR टीम आकर अपना काम करेगी।

    शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच ASI की 40 सदस्यीय टीम ज्ञानवापी पहुंची। मुख्य गेट पर सघन तलाशी के बाद टीम के सदस्यों को अंदर प्रवेश दिया गया। मुख्य गेट पर केंद्रीय सुरक्षा बल, पैरामिलिट्री और NSG और एटीएस समेत कमिश्नरेट पुलिस की टीमों की तैनाती है। 22 दिन के सर्वे में हैदराबाद की टेक्निकल टीम ने GPR सर्वे के लिए कई स्थानों का चिह्नांकन किया है।

    कानपुर की टीम GPR के होमवर्क में मददगार बनी है। स्पेशल टीम जल्द GPR के सर्वे को पूरा करेगी। हिंदू पक्ष की याचिका पर कोर्ट ने संपूर्ण परिसर के सर्वे की रिपोर्ट 2 सितंबर तक तलब की है। टीम के साथ वादी, प्रतिवादी और वकील के साथ ASI की टीम पिछले 22 दिनों से जुटी है। अब तक ASI को सर्वे के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं जिसे हिंदू पक्ष अपने दावे की हकीकत बताता रहा है।

    20 दिनों में 135 घंटे टीम ने बहाया पसीना

    ज्ञानवापी में 22 दिन में 135 घंटे सर्वे करने वाली ASI टीम में 40 सदस्य शामिल रहे। अब तक 135 घंटे पसीना बहाने वाली ASI टीम के हाथ कई अहम साक्ष्य लगे हैं, जिनकी साइंटिफिक जांच जारी है। दीवारों और गुंबद में मिली कलाकृतियों और कारीगरी बड़े राज से पर्दा उठाएंगे। एएसआई टीम 22वें दिन का सर्वे के लिए स्थानों का चिह्नांकन कर रही है। शनिवार सुबह 8.30 बजे टीम के अधिकारी और कर्मी गेस्ट हाउस से ज्ञानवापी पहुंचे। टीम ज्ञानवापी परिसर में पहुंचकर वजूस्थल को छोड़कर पूरे परिसर के सर्वे में ASI की टीम जुट गई। मस्जिद परिसर की पूरी पैमाइश के बाद केवल जीपीआर पर काम कर रही है। उसका फोकस उन अलग-अलग स्थानों पर बरकरार है, जहां से ऐतिहासिक साक्ष्य संकलित किए जा सके।

    ज्ञानवापी के इसी परिसर की बैरिकेडिंग के अंदर टीम सर्वे कर रही है।

    ज्ञानवापी के इसी परिसर की बैरिकेडिंग के अंदर टीम सर्वे कर रही है।

    अब तक टीम ने किया इतना काम

    ज्ञानवापी परिसर को 4 सेक्टर में बांटकर चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस करते हुए बारीक स्कैनिंग जारी है। पूरे परिसर की पैमाइश, अंदर मिलने वाली आकृतियों और दीवारों की कलाकृतियों की फोटो और वीडियोग्राफी हो चुकी है। दो टीमें तहखाने और दो टीमें बाहरी परिसर में लगी है। सदस्यों ने यूनिट के अनुसार बाहरी दीवार, पश्चिमी दीवार, व्यासजी तहखाना समेत अन्य तहखाने, गुंबद और छतों का गहन अध्ययन किया है। इन जगहों से सैंपल जुटाकर लैब में भेजे और प्राचीनता के लिए पुरातन दस्तावेजों से साक्ष्यों का मिलान जारी है।

    सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक

    ज्ञानवापी में साइंटिफिक सर्वे के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच ज्ञानवापी परिसर में सात घंटे सर्वे करेगी। शनिवार सुबह 8.30 बजे दाखिल टीम के कुछ देर बार वादी और उसके वकील भी ज्ञानवापी परिसर में पहुंचकर सरकारी वकील को अपनी हाजिरी दर्ज कराई। सर्वे लगभग 08:38 बजे शुरू हुआ और फिर 12.30 बजे तक चलेगा। इसके बाद लंच और नमाज के लिए रोका गया जो फिर 2.30 बजे से दोबारा शुरू होगा। सर्वे शाम पांच बजे पूरा होगा, इसके बाद टीम के सदस्य गेस्ट हाउस रवाना होंगे।

    ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार, जिसका सर्वे पूरा हो चुका है।

    ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार, जिसका सर्वे पूरा हो चुका है।

    जिला कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक अपील

    • 21 जुलाई को वाराणसी की स्थानीय कोर्ट ने ASI को सर्वे करके 4 अगस्त को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था।
    • 24 जुलाई को सुबह 7 बजे सर्वे शुरू हुआ। मुस्लिम पक्ष रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई की शाम तक सर्वे पर रोक लगा दी और हाईकोर्ट जाने को कहा।
    • 25, 26, 27 जुलाई को मुस्लिम पक्ष की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। 27 जुलाई को कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया और 3 अगस्त को आदेश देने की बात कही।
    • 3 अगस्त को हाईकोर्ट के जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा, ‘न्यायहित में सर्वे जरूरी है। मुझे इस तर्क में कोई दम नहीं दिखता कि बिना दीवार खोदे ASI नतीजे पर नहीं पहुंच सकता।’
    • 3 अगस्त को इस आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट चला गया। 4 अगस्त को मुस्लिम पक्ष की अपील खारिज हो गई तब से 26 अगस्त तक सर्वे जारी है।



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