बलरामपुर44 मिनट पहले
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बलरामपुर के 100 बेड वाले जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन नहीं लगने की वजह से मरीजों को अंबिकापुर अस्पताल जाना पड़ रहा है। वहीं अंबिकापुर में कई मरीज रुपए के अभाव में सिटी स्केन कराने नहीं जा पाते है और डॉक्टर लक्षण के आधार पर इलाज कर रहे हैं, जबकि तत्कालीन कलेक्टर ने डीएमएफ मद से इसके लिए दो करोड़ जारी किए थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने खरीदी प्रक्रिया शुरू नहीं की तो तत्कालीन कलेक्टर विजय दयाराम ने राशि वापस ले ली।
अस्पताल के डॉक्टरों की मानें तो सिटी स्केन जांच की जरूरत वाले मरीज हर रोज अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन मशीन नहीं होने के कारण उन्हें अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर करना पड़ता है तो कई निजी अस्पताल जाते हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि राज्य सरकार अब सभी जिला अस्पताल में सिटी स्केन मशीन लगाने की तैयारी में है। अस्पताल में सीटी स्केन मशीन की स्थापना के लिए एक कमरा बनाने पांच लाख रुपए राज्य सरकार से मिले हैं, लेकिन अब राज्य सरकार मशीन लगाने पैसे कब देगी, यह तय नहीं है।
सिटी स्केन मशीन की जरूरत है: रामेश्वर सिविल सर्जन रामेश्वर शर्मा ने बताया कि सिटी स्केन मशीन की बेहद जरूरत है। पहले मिला पैसा वापस हो गया है। यहां हर रोज 40-50 मरीज आते हैं, जिन्हें सिटी स्केन की जरूरत होती है।