संभल14 मिनट पहले
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संभल में सब रजिस्ट्रार से मारपीट करने के मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद दो अधिवक्ताओं कों गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। अधिवक्ताओं की गिरफ्तारी और जेल भेजने से नाराज अधिवक्ताओं ने जमकर हंगामा किया। साथ ही गुस्साए अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार किया है।
सोमवार को जनपद संभल की कोतवाली चंदौसी क्षेत्र में अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार करते हुए जमकर हंगामा किया है। यह पूरा मामला बीते शनिवार को उप निबंधक कार्यालय में रोजगार एक अधिवक्ता मेहंदी हसन एवं चिरंजीलाल द्वारा सब रजिस्ट्रार राजवीर सिंह से मारपीट करने से जुड़ा है। कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में अधिवक्ता डंडे से सब रजिस्ट्रार को पीटते हुए कैद हुए थे।
मामले की सूचना मिलने के बाद उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने सब रजिस्ट्रार की तहरीर के आधार पर गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली थी। दो अधिवक्ताओं पर हुई फिर के बाद पुलिस एक्शन में आई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करने के बाद गिरफ्तार दोनों अधिवक्ताओं को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

जेल भेजने से गुस्साए अधिवक्ताओं ने आज किया कार्य बहिष्कार
दोनों अधिवक्ताओं की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी एवं जेल भेजने से गुस्साए अधिवक्ताओं ने आज कार्य बहिष्कार करते हुए जमकर हंगामा किया है। अधिवक्ताओं ने जेल भेजे गए अधिवक्ता को अविलंब रिहा करने की मांग की है। साथ ही सब रजिस्ट्रार पर रिश्वतखोरी सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं।

कार्य बहिष्कार के बादचंदौसी तहसील परिसर में पुलिस बल तैनात
अधिवक्ताओं के हंगामे एवं कार्य बहिष्कार की सूचना मिलने के बाद पुलिस बल को चंदौसी तहसील परिसर में तैनात किया गया। जिस किसी भी स्थिति में यहां शांति व्यवस्था भंग ना हो। आपको बता दें कि सब रजिस्ट्रार ने मारपीट की घटना के बाद बताया था कि डंडे से मारपीट मेहंदी हसन ने की है जबकि चिरंजीलाल उनके साथ आए थे।

दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेजा
इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह पंवार ने बताया कि सब रजिस्ट्रार चंदौसी राजवीर सिंह की तहरीर के आधार पर मेहंदी हसन व चिरंजीलाल के विरुद्ध धारा 332,353,504,452,427,307 में अभियोग पंजीकृत किया गया था। पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेजा है।

रजिस्ट्रार ने फर्जी तरीके से एफआईआर दर्ज कराई- नजर कुरैशी
नजर कुरैशी एड. ने कहा कि यह वकील इसलिए एकत्र हुए हैं एक भ्रष्टाचारी रजिस्ट्रार ने फर्जी तरीके से एफ आई आर दर्ज कराई है वकीलों के खिलाफ 307 का कोई मुकदमा नहीं है। वकील क्लाइंट के लिए आता है ना कि अपने निजी स्वार्थ के लिए आता है। वह क्लर्क है ना कि वह रजिस्टर है, उसे 5000 और 10,000 रुपये चाहिए। एक वकील का काम करता है बाकी किसी वकील का काम नहीं करता, उसे हमने सिर्फ टाइट किया था ना की कोई डंडा मारा था वकील के पास कोई ठंडा नहीं होता है एक फाइल कवर होता है।

क्लर्क के खिलाफ जब तकमुकदमा नहीं होगा हम प्रदर्शन करते रहेंगे
फाइल कवर को मोड़ कर वह डंडा बन जाता है। बस उससे मारा है ना की डंडे से मारा है। हम जमाने चाहते हैं और उसके खिलाफ मुकदमा चाहते हैं। हम उस क्लर्क के खिलाफ मुकदमा चाहते हैं। जब तक उसके खिलाफ मुकदमा नहीं होगा हम प्रदर्शन करते रहेंगे, आंदोलन करेंगे। यह आंदोलन जारी रहेगा जब तक उसके खिलाफ कार्यवाही नहीं हो जाती है।