शाहजहांपुर13 मिनट पहले
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घर में बाढ़ का पानी भरने पर लालाराम बेटी और पत्नी को दूसरी बेटी के घर छोड़ने गए थे। लौटते समय गंगा नदी में डूबकर लालाराम की मौत हो गई। मिर्जापुर थाना क्षेत्र के इस्लाम नगर गांव में नदी से उनका शव बरामद किया गया। शव की शिनाख्त कर पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। लालाराम की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। लालाराम फर्रुखाबाद जिले के थाना कायमगंज क्षेत्र के बेहटा मल्लियां गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
फर्रुखाबाद जिले के थाना कायमगंज क्षेत्र के गांव बेहटा मल्लियां निवासी 52 साल के लालाराम के मकान में बाढ़ का पानी भर गया। खाना बनाने से लेकर घर में रहने की दिक्कत होने पर लालाराम पत्नी गीता देवी और 14 साल की बेटी शिवानी को लेकर झब्बूपुर गांव में रहने वाली दूसरी बेटी फूलन देवी के घर छोड़ने गए थे। वापस लौटते समय पैर फिसलने पर लालाराम गंगा नदी में डूब गए।
बच्चों ने नदी में उतराता शव देखा
मिर्जापुर थाना क्षेत्र के इस्लाम नगर गांव से गुजर रही नदी के पास कुछ बच्चे खेल रहे थे। बच्चों ने नदी में उतराते शव को देखकर नदी में जाकर शव को बाहर निकालकर ग्रामीणों को सूचना दी। मौके पर ग्रामीणों ने पहुंचकर पुलिस को शव मिलने की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव शिनाख्त कर फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज के रहने वाले परिजनों को सूचना दी। रोते-बिलखते परिजन मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

सैलाब का पानी लोगों के घरों में भरा
भतीजे बलराम ने बताया कि, सैलाब का पानी भरने के कारण घरों में खाना बनाने में दिक्कत के साथ साथ घरों में रहना मुश्किल हो गया है। इन्ही दिक्कतों को देखते हुए लालाराम अपने पत्नी और बेटी को दूसरी बेटी के घर छोड़ने के लिए गए थे। उन्होंने सोचा था कि, पत्नी और बेटी को किसी तरह की दिक्कत न हो और ज्यादा पानी बढ़ जाने पर उनके साथ कोई अनहोनी न हो जाए। इस वजह से दोनों को बेटी के घर छोड़कर लौट रहे थे।
तभी उनकी नदी में डूबकर मौत हो गई। बलराम ने कहा कि, गांव के ज्यादातर घर सैलाब के पानी में डूब चुके हैं। कहीं से कोई मदद भी नही मिल पा रही है। दिन तो जैसे-तैसे गुजार लेते हैं, लेकिन रात काट मुश्किल हो जाती है।