लखीमपुर-खीरीएक घंटा पहले
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लखीमपुर खीरी में जलभराव से लोग परेशान।
लखीमपुर खीरी के ईसानगर क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बरसात के दौरान हर जगह बाढ़ जैसे हालात हो गए है। क़स्बा खमरिया की मुख्य सड़क पर सैलाब आ गया। सीएचसी खमरिया में कई फीट पानी भरने के बाद डॉक्टर समेत मरीज बेहाल नजर आने लगे है। गांवों में बने सरकारी स्कूल परिसरों में लबालब भरे पानी की वजह से बच्चों व शिक्षकों को परेशानी उठाना भी लाजमी हो गया है।
क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बरसात गुरुवार को भी होती रही। लगातार हो रही झमाझम बरसात के बाद क़स्बा खमरिया में पंडितपुरवा रोड से लेकर कोनिया चौराहे तक की मुख्य सड़क पर कई फीट पानी भरने से सैलाब आ गया। सीएचसी खमरिया में कई फीट पानी भरने की वजह से डॉक्टरों समेत मरीजों की हालत बेहाल नजर आने लगे हैं। इसके अलावा क्षेत्र के परिषदीय स्कूल महराज सिंह पुरवा, गौरिया, सैनापुर, महेवा,हरदासपुर, मुरौनपुरवा,मटरिया,छत्रबंग्ला समेत डेढ़ दर्जन स्कूलों में जलभराव होने से बच्चों व शिक्षकों की मुसीबतें बढ़ गई है।
पानी की निकासी न होने की वजह से आया सैलाब
क़स्बा खमरिया में बरसाती पानी निकलने के लिए पंडितपुरवा रोड के पास से कोनिया चौराहे तक किसी प्रकार की नाली का निर्माण न होने की वजह से कस्बे का पानी मुख्य सड़क पर आकर सैलाब का रूप धारण कर लिया। जिसकी वजह से बीच मे कई जगह टूटी सड़क राहगीरों के लिए दुर्घटना को दावत देने लगी है। जलभराव की वजह से लोगों में संक्रामक बीमारियों के फ़ैलने का डर भी सताने लगा है। बावजूद जिम्मेदार जनप्रतिनिधि इस बड़ी समस्या से निपटने के लिए इसका कोई विकल्प खोजने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है।
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लखीमपुर में बारिश से जलभराव।
सीएचसी में भरा कई फीट पानी
भारी बरसात के दौरान सीएचसी खमरिया में कई फीट पानी भरने की वजह से वहाँ तैनात डॉक्टरों के साथ-साथ मरीजों के लिए बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। मरीज अपने तीमारदारों के साथ कई फुट भरे पानी मे निकलकर अस्पताल के अंदर जाने आने के लिए पानी में निकलने को विवश हैं।
सीएचसी प्रभारी डॉक्टर पंकज कुमार भार्गव का कहना है कि पानी की निकासी का कोई विकल्प न होने की वजह से ऐसी स्थिति बन गई है। अगर जिम्मेदारों द्वारा जल्द ही इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो यहां के हालात बिगड़ने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
पानी मे गिरने से गन्ना व उड़द की फसल को हुआ नुकसान
क्षेत्र में तीन दिनों से हो रही बरसात के दौरान ईसानगर क्षेत्र के निचले क्षेत्र में बने घरों व खेतों में जलभराव होने से बाढ़ जैसे हालात बनने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई है। जलभराव से खेतों में खड़ी उड़द समेत गन्ने के गिरने से किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसान राजन पाठक ने बताया कि बरसात के दौरान खेतों में खड़ा गन्ना गिरने से काफी नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही उड़द की फसलों में जलभराव से फसल बर्बाद होने की कगार पर पहुच रही है