कानपुर3 घंटे पहले
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शातिर ठगों ने रेलवे कर्मी को झांसा देकर उनके दस्तावेजों पर 10 लाख के दो लोन कराकर हड़प लिए। लोन होने और फिर पूरी रकम खाते से ट्रांसफर होने के बाद रेलवे कर्मचारी को इसकी जानकारी हो सकी। तब जाकर रेलवे कर्मचारी ने बैंक कर्मियों समेत अन्य ठगों के खिलाफ बाबूपुरवा थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बैंक एजेंट ने भरोसे में लेकर दस्तावेज लिए और फिर लोन की रकम हड़पी
बाबूपुरवा थाना क्षेत्र के बगाही ट्रांसपोर्ट नगर निवासी रेलवे कर्मी राकेश कुमार ने बताया कि किदवई नगर के ब्लाक निवासी ऋषि केशव मिश्रा ने उनका बैंक से पर्सनल लोन कराने की बात कही थी। इस पर ऋषि ने एसबीआइ कर्रही शाखा में उनका खाता खुलवाया और लोन के लिए कई दस्तावेज ले लिए थे। इसके बाद वेतन खाता को एसबीआइ में ट्रांसफर न होने का कारण बता लोन निरस्त होने की जानकारी दी। जुलाई 2022 को एसबीआइ चकेरी शाखा का एक कर्मचारी घर पर आया और लोन की किश्ते जमा करने को कहा।
मामले की पड़ताल करने बैंक पहुंचे तब पता चला कि उनके नाम से रेलवे के दस्तावेज, पैनकार्ड, आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेजों का इस्तेमाल करके ऋषि केशव व बैंककर्मियों ने मिलकर छह लाख का लोन लिया गया है। कुछ समय बाद जालसाजों ने उस लोन का भुगतान कर खाता चकेरी शाखा में ट्रांसफर करवाकर 10 लाख रुपए का लोन करा लिया। रेलवे कर्मी राकेश की तहरीर पर बाबूपुरवा पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है। एसीपी बाबूपुरवा संतोष सिंह ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज करके जांच की जा रही है।
आठ महीने बाद दर्ज हुई एफआईआर
पीडि़त राकेश कुमार ने बताया कि आठ महीने से पुलिस अफसरों के चक्कर काट रहा है। अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद उनके आदेश पर बाबूपुरवा थाने में मुकदमा दर्ज हो सका। ठगों की गिरफ्तारी या अन्य कार्रवाई की तो बात ही छोड़ दीजिए।