कानपुर4 घंटे पहले
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कानपुर का करौली सरकार आश्रम।
कानपुर के सेंट्रल स्टेशन पर कोलकाता से कानपुर आ रहे एक बीमार युवक की मौत हो गई। जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को कहा तो परिजन विरोध करने लगे। परिजन बोले वह शव को लेकर करौली सरकार आश्रम जाएंगे। उनके बेटे को बाबा जी जिंदा कर देंगे। जीआरपी ने कड़ी मशक्कत से शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और शनिवार को शव का पोस्टमार्टम के लिए परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

मृतक के पिता वीरेंद्र महतो।
इलाज कराने की बजाए करौली आश्रम जा रहे थे पूजा कराने
मूलरूप से बिहार के छपरा जिले के मांझीगढ़ बाजार निवासी वीरेन्द्र महतो कोलकाता के केनलबेट रोड बंगाल में चाय की दुकान चलाते हैं। उनके साथ बेटा मंटू महतो (24) भी काम में हाथ बंटाता था। वीरेन्द्र ने बताया कि उनके बेटे को सांस की बीमारी थी, वह अजमेर सियालदह एक्सप्रेस से बेटे के साथ कानपुर करौली सरकार आश्रम जा रहे थे। सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर उतरे और धक्का-मुक्की के दौरान अचानक बेटे मंटू की सांस फूलने लगी तो उन्होंने उसे लिटा दिया। हालत बिगड़ने पर जीआरपी के जवान उसे लोको अस्पताल ले गये जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस पर जीआरपी के जवानों ने शव को पोस्टमार्टम को भेजने के लिए कब्जे में लिया। परिजन इसके विरोध में अड़ गए और बोले वह पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते हैं। बेटे का शव करौली आश्रम ले जाएंगे जहां वह जिंदा हो जाएगा। जीआरपी ने कड़ी मशक्कत से शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर नाराज परिजन शव छोड़कर करौली आश्रम चले गए, परिजनों की मानें तो बाबा ने भी शव लाने से मना कर दिया तब वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। इसके बाद शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को शव लेकर अपने घर के लिए रवाना हो गए।
जीआरपी थाना प्रभारी आरके द्विवेदी ने बताया कि शनिवार को शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।