उन्नाव9 मिनट पहले
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मृत बेटे को अपशब्द कहने पर बाबा की हत्या, जांच पड़ताल करती पुलिस।
उन्नाव में तांत्रिक बाबा से बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के न्यू कटरा गांव के रहने वाले मकान मालिक के मृतक बेटे विशाल को अपशब्द कहने पर शनिवार को गला घोंट हत्या कर दी थी। चार दिन बाद दुर्गंध उठने पर हत्यारोपी मकान मालिक ने बाबा के शव पर बिस्तर व कपड़े अन्य वस्तु डाल कर आग लगा दी थी। पुलिसिया पूछताछ में हत्यारोपी ने घटना को कारित करने की बात कबूल की गई है।
बाबा के हाथ पैर बांध कर लुग्गी से गला घोंट कर हत्या
न्यू कटरा मोहल्ला के रहने वाले संतोष कनौजिया के बेटे विशाल ने दो साल पहले कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। संतोष के मिलने वाले हरिद्वार थाना मंगलूरु के लंडूरा गांव के रहने वाले वृद्ध प्रमोद शर्मा पुत्र स्व. चमन लाल शर्मा रुडकी स्थित काली मंदिर में बाबा था। संतोष बाबा को अपनी समस्याएं बताया करता था। बाबा तंत्र मंत्र का काम भी करता था। फोन पर संतोष ने बेटे की मौत को लेकर बाबा प्रमोद से बातचीत की थी। तब बाबा ने कहा घटनास्थल पर आने के बाद काम करुंगा। इसी के चलते संतोष बुकिंग पर वाहन कर न्यू कटरा निवासी विनोद राठौर के संग बाबा को लेने के लिए 17 अगस्त को हरिद्वार गया था। 18 अगस्त को बाबा प्रमोद को लेकर घर आया था। रास्ते में विनोद से खाना पीने की बातचीत होने पर शाहजहांपुर में उसे उतर दिया था। बाबा को लेकर घर आ गया था। 19 की रात संतोष ने नशे की टिकिया और बाबा ने जमकर शराब पी रखी थी। तभी बाबा संतोष के बेटे विशाल को जुआरी व शराबी आदि अपशब्द कहने लगा। मृतक बेटे विशाल को अपशब्द कहने पर नशे में धुत संतोष झल्ला गया और बाबा के हाथ पैर बांध कर लुग्गी से गला घोंट कर हत्या कर दी। चार दिनों तक कमरे में बाबा का शव पड़ा होने से दुर्गंध उठने लगी और मोहल्ले वाले भी टोका टिप्पणी कर रहे थे।
मकान के कमरे से धुआं व दुर्गंध
यह देख संतोष ने 22 अगस्त की सुबह बाबा के शव के ऊपर बिस्तर व कपड़े आदि डाल कर आग लगा दी। उसके बाद कमरे को बंद कर दिया। संतोष से मिलने के लिए बीते मंगलवार सुबह रामपुरवा गांव का रहने वाला साथी शेरु पहुंच गया था। दोपहर संतोष के मकान के कमरे से धुआं व दुर्गंध उठती देख मोहल्लेवासियों ने पुलिस को सूचना दे दी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल बाद शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया। गृहस्वामी संतोष और उसके साथी शेरू को पकड़ कर थाने ले आई थी। पूछताछ में पहले तो संतोष पुलिस को भ्रमित करता रहा। मगर देर रात स्वॉट टीम ने हिरासत में लिए गृहस्वामी संतोष से कड़ाई से पूछताछ की। तब उसने अज्ञात जले शव के बारे में जानकारी दी और हत्या किए जाने की बात कबूल की है।
हत्योरापी की निशानदेही पर एकत्र किए जा रहे साक्ष्य
अज्ञात जले युवक के शव की पहचान होने के बाद पुलिस हत्यारोपी गृहस्वामी की निशानदेही पर अन्य साक्ष्य एकत्र करने में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने 18 अगस्त के बांगरमऊ टोल पर लगे सीसी कैमरों के फुटेज भी एकत्र कर लिए गए हैं। जिसमें बुकिंग पर कार लेकर हत्यारोपी संतोष वृद्ध बाबा को लेकर आया था। इसके साथ ही अन्य साक्ष्य भी पुलिस एकत्र करने में जुटी हुई है।
नशे का सुरुर चढ़ने पर संतोष खो देता था आपा
मृतक वृद्ध बाबा प्रमोद भी नशेबाज किस्म का था। उधर संतोष भी नशे का लती था। नशेबाजी को लेकर दस दिन पहले अपनी वृद्ध मां सूरजा को भी संतोष ने पीट दिया था। सूरजा के जख्मी होने पर बटाईदार की सूचना पर बड़ी बेटी गीता उसे लेकर दिल्ली चली गई थी। उधर, रामपुरवा गांव निवासी शेरू भी नशेबाजी करने के लिए संतोष के पास आता जाता रहता था। बताया जा रहा है कि बाबा की हत्याकांड में शेरू का कोई रोल नहीं है।