अमेठी जिला6 मिनट पहले
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अमेठी में शनिवार की देर शाम जल जीवन मिशन योजना के तहत खोदे गए बोरिंग के गड्ढे में गिरकर मासूम शहरान की मौत हो गई थी। मामले में लापरवाह कार्यदाई संस्था पर कार्रवाई करने के बजाय प्रशासनिक अमला मासूम के परिवारजनों से समझौता कराने में जुट गया। रविवार को परिवारजनों को मुआजवा देकर लापरवाही पर पर्दा डाल दिया गया।
बाजार शुकुल थाना क्षेत्र के खेम मऊ में जल जीवन मिशन योजना के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने का कार्य जिले में गतिमान है। योजना के तहत खेममऊ के गुजरन का पुरवा गांव में पानी की टंकी बनाने लिए गड्ढा खोदा गया था। बोरिंग सफल न होने पर गड्ढा खुला छोड़ दिया गया। शनिवार की शाम खेलते समय गांव के ही शाहरूख का तीन वर्षीय मासूम बेटा सेहरान बोरिंग के पानी के लिए खोदे गए गड्ढे में गिर गया। गड्ढा में भरे पानी में डूबकर उसकी मौत हो गई। मौत के बाद ग्रामीण हंगामा काटने लगे। हरकत में आया प्रशासन भी ग्रामीणों व परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करने की बजाय कार्यदाई संस्था हीर कंस्ट्रक्शन की लापरवाही छुपाने में जुट गया।
पांच लाख रुपए परिजनों को दिया
हालांकि इस मुहिम में प्रशासनिक अफसर व कार्यदाई संस्था कामयाब भी हो गए। रविवार को मासूम की मां रेशम बानो के बैंक खाते में पांच लाख रुपए व परिवार के एक सदस्य को नौकरी का प्रलोभन देकर लापरवाही पर पर्दा डाल दिया। समझौता के दौरान नायब तहसीलदार बलबीर सिंह, थानाध्यक्ष अवनीश कुमार चौहान, जल जीवन मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर अजय राज सिंह, जिला प्रोजेक्ट प्रभारी जग्या ठाकुर, पूर्व प्रधान राम सुंदर यादव, प्रधान सरजू पाल व प्रधान प्रतिनिधि बृजेश तिवारी मौजूद रहे।