मुजफ्फरनगर9 मिनट पहले
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मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर पहुंचे श्रीकांत त्यागी ने सरकार और विपक्ष पर साधा निशाना।
मुजफ्फरनगर में मुस्लिम बच्चे की पिटाई का मामला तूल पकड़ लिया है। शनिवार को राष्ट्रवादी जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीकांत त्यागी मुजफ्फरनगर पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि वह मुजफ्फरनगर की धरती को हिंदू-मुस्लिम दंगे का रणक्षेत्र फिर से नहीं बनने देंगे। सत्ताधारी और विपक्षी दल आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कथित तौर से 2013 दोहराने की रणनीति बना रहे हैं। खुब्बापुर में एक शिष्य और उसके गुरु के बीच का मामला है, लेकिन राजनीतिक दल अपने स्वार्थ में हिंदू-मुस्लिम ताने-बाने को फिर से बिगाड़ना चाहते हैं। त्यागी-भूमिहार समाज ऐसा हरगिज नहीं होने देगा।
शुक्रवार को मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर में एक मुस्लिम बच्चे को उसके सहपाठियों से चांटे लगवाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पांच का टेबल न सुनाने पर नेहा पब्लिक स्कूल की शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने 7 साल के बच्चे को जो सजा दी, उस पर सवाल खड़ा हो गया। पीड़ित बच्चे के ताऊ के लड़के ने सजा दिए जाने का वीडियो बना लिया था। वायरल वीडियो में नजर आया था कि शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने बच्चे को उसके क्लास मैं पढ़ने वाले बच्चों से पिटवाया था। वीडियो में वह यह कहते हुए भी नजर आई थी कि मोम्हडन बच्चों की मां पढ़ाई पर ध्यान नहीं देती।

मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर छात्र की पिटाई के बाद लोगों से मिले श्रीकांत त्यागी ।
गांव और क्षेत्र का भाईचारा खराब नहीं होने दो
धार्मिक टिप्पणी किए जाने के बाद बवाल खड़ा हो गया। जिस पर विपक्ष और सत्ताधारी दलों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। श्रीकांत त्यागी शनिवार दे रात गांव खुब्बापुर पहुंचे। समर्थकों के साथ पहुंचे श्रीकांत त्यागी ने सबसे पहले पीड़ित बच्चे के घर पर जाकर उसे गोद में उठा लिया। परिजनों से घटनाक्रम की जानकारी ली और समझाया कि इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने वालों को मुंह तोड़ जवाब दो। गांव और क्षेत्र का भाईचारा खराब न होने दो।
असली चौकीदार की भूमिका निभाएंगे
श्रीकांत त्यागी ने कहा कि वह और उनके लोग असली चौकीदार की भूमिका निभाएंगे। इस मामले को हिंदू मुस्लिम मुद्दा नहीं बनने देंगे। त्यागी भूमिहार समाज हर सूरत में अमन कायम रखेगा। इरशाद के घर पहुंचे श्रीकांत त्यागी ने कहा कि बच्चे भगवान का रूप होते हैं, लेकिन उनके भविष्य को सवारने का काम गुरु करता है। गुरु-शिष्य परंपरा को आगे बढ़ते हुए यदि कहीं कुछ चूक हो जाए तो उसे सुधार लेना चाहिए।