लखनऊ22 मिनट पहलेलेखक: अनुभव शुक्ला
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आज 25 अगस्त है। आज ही के दिन भूपेंद्र चौधरी उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बने थे। उनके कार्यकाल के आज एक साल पूरे हो रहे हैं। इस 1 साल में उनके सामने क्या कुछ चुनौतियां रहीं और किसे वो एक साल में अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं, इन सारे मुद्दों को लेकर दैनिक भास्कर ने उनसे खास बातचीत की। पेश हैं भूपेंद्र चौधरी के साथ हुई बातचीत के प्रमुख अंश:-
सवाल : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है, सबसे बड़ी चुनौती क्या रही?
जवाब: इस एक साल में भारतीय जनता पार्टी का जो संगठन है और हमारे जो कार्यकर्ता हैं, वो विचारधारा से जुड़े कार्यकर्ता हैं। हमारा संगठन बूथ तक है, हमारा स्ट्रक्चर बहुत बड़ा है। सारे लोग मिलकर भारतीय जनता पार्टी की इस यात्रा को मजबूत बनाने का काम करते हैं। पार्टी के जो कार्यक्रम हैं, अभियान है। उन अभियानों के माध्यम से हम जनता के बीच में अपनी बात कहते हैं।
सब लोगों ने एक साल में मिलकर बहुत अच्छा काम किया है। पार्टी सारे कार्यक्रम और अभियानों में देशभर में प्रथम स्थान पर रही है। मोदी जी-योगी जी के जो काम हैं उनके कामों से जनता को अवगत कराना यह बड़ा चैलेंज है । पार्टी के कार्यकर्ताओं की जो ताकत है उसके आधार पर मैं कह सकता हूं कि हम इस पर सफल रहे हैं और आगे भी हमारी सरकार के जो काम है, जो संगठन के काम हैं, उन कामों को लेकर हम लगातार जनता के बीच में जाएंगे।

25 अगस्त 2022 को भूपेंद्र चौधरी उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बने थे। उनके कार्यकाल के आज एक साल पूरे हो रहे हैं।
सवाल: रामपुर में 40-45 वर्षों के बाद बीजेपी जीती, निकाय चुनाव में सभी 17 नगर निगम में जीते, इनमें से आप बड़ी उपलब्धि किसे मानते हैं?
जवाब: लोकतंत्र में नंबर का गेम है और किसी भी राजनीतिक दल की स्वीकारता कितनी है ये राजनीतिक परिणामों से पता चलता है। नगर निकाय के चुनाव हमारे समय हुए हैं और नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बहुत बड़ा जनादेश मिला है। इस प्रदेश की महान जनता ने ये जनादेश दिया है।
उपचुनाव हुए तो मिले-जुले परिणाम आए। हमारे लिए रामपुर की सीट जीतना ऐतिहासिक है। हमारे लिए स्वार की सीट जीतना एक बड़ी घटना है। लेकिन जीत हो या हार हो लोकतंत्र में हमें स्वीकार है और ये हमें हमेशा प्रेरणा देती है।
हम अपनी पूरी तैयारी के साथ जीत और हार के बाद समीक्षा करते हैं, उस पर बातचीत करते हैं। पार्टी के सभी कार्यकर्ता सरकार के वरिष्ठ लोग भी मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री लगातार जनता के बीच में संपर्क संवाद बनाए रखते हैं। मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं, जितना संपर्क संवाद और दुख दर्द में लोगों के साथ हम खड़े रहते हैं उतना कोई राजनीतिक दल शामिल नहीं है।

भूपेंद्र चौधरी सुनील बंसल के करीबी माने जाते हैं। ये तस्वीर दोनों की प्रदेश अध्यक्ष पद की घोषणा के बाद सामने आई है।
सवाल: आगे क्या चुनौतियां हैं, आपके सामने, 24 का लोकसभा चुनाव है, मिशन 80 बहुत बड़ा लक्ष्य है?
जवाब: चुनाव कोई भी हो हमारे लिए बेहतर करना, पिछली बार जो रहा उससे अच्छा करना एक चैलेंज है। हम अपने सरकार के काम अपनी नीतियां, अपना एजेंडा जन जन तक कैसे पहुंचाएं अपना एजेंडा अधिकांश लोगों तक कैसे पहुंचे ये हमारा प्रयास रहता है।
सवाल: घोसी में उपचुनाव हो रहा है कहां जा रहा बहुत टफ फाइट है?
जवाब: दारा सिंह के इस्तीफा देने से सीट खाली हुई थी, दारा सिंह पिछड़े समाज के बड़े नेता हैं। दारा सिंह का जो कद है समाज में उन सारे विषयों को लेकर हम जनता के बीच में जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के समय में प्रदेश में किस प्रकार की गुंडागर्दी अराजकता रही है और समाजवादी पार्टी के लोग जिस तरह से वहां माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं, जिस प्रकार के प्रत्याशी उन्होंने दिए हैं उन सारे विषयों को जनता जानती है। मैं कह सकता हूं अपराध करने वाले और अराजक लोगों की अब उत्तर प्रदेश की राजनीति में कोई जगह नहीं है।

भूपेंद्र चौधरी ने कहा,” हमारी सरकार के जो काम है जो संगठन के काम है उन कामों को लेकर हम लगातार जनता के बीच में जाएंगे।”
सवाल: ये जो लोग पार्टी छोड़कर गए, जिन्होंने तमाम बातें कहीं, क्या उनको वापस लेना बीजेपी की मजबूरी है?
जवाब: राजनीतिक दल के नाते हमें सबको साथ लेकर चलना है। जो लोग हमारे विचार से सहमत हैं, हमारे साथ काम करना चाहते हैं और व्यक्तिगत तो किसी की किसी से दुश्मनी है नहीं जो भी विषय हैं वो वैचारिक है। जो भी हमारी विचारधारा के साथ जुड़कर काम करना चाहते हैं, प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जो विकास यात्रा चल रही है, उसमें जुड़ना चाहते हैं तो बीजेपी का हमारा इतना बड़ा परिवार है हम परिवार में सबको साथ लेकर चलेंगे।

भूपेंद्र चौधरी को यूपी की कमान मिलने के बाद पीएम मोदी से मुलाकात की थी।
सवाल: आपके सहयोगी कभी-कभी अपने बयानों से मुश्किल बढ़ा देते, राजभर कह रहे हैं कि अब कोई भी यादव मुख्यमंत्री नहीं बनेगा?
जवाब: ये उनके अपने विचार हैं। उनकी पार्टी अलग है, हमारी पार्टी अलग है। वो हमारे गठबंधन का हिस्सा हैं, हमारी पार्टी का हिस्सा नहीं हैं।
सवाल: दूसरे दलों में सेंधमारी इसी तरह जारी रहेगी?
जवाब: हम ओपन हैं, हमारी सदस्यता ओपन है। हमने किसी को सदस्यता लेने से रोका नहीं है। जो सहमत है हमारी विचारधारा से, मोदी जी के नेतृत्व में जो विकास यात्रा है उसके साथ जो आगे बढ़ना चाहता है हम सबको साथ लेने को तैयार हैं।