जालौन28 मिनट पहले
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जालौन में वेतन बढ़ोतरी और नवीनीकरण को लेकर जिले के पंचायत सहायकों ने उरई के कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। सिटी मजिस्ट्रेट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम का ज्ञापन देकर वेतन बढ़ोतरी व पंचायत सहायकों का नवीनीकरण कराए जाने की मांग की। पंचायत सहायकों का कहना है कि उन्हें कम वेतन दिया जा रहा है। इसके एवज में 4 गुना काम लिया जा रहा है। इतना ही नहीं ईमानदारी से कम करने पर उन्हें धमकाया जाता है।
सैकड़ों की तादात में उरई के कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने पहुंचे जिले भर के पंचायत सहायकों ने बताया कि पंचायत सहायकों को सरकार द्वारा 6000 रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाता है, मगर उनका भुगतान समय से नहीं किया जा रहा है। तीन माह में सिर्फ एक माह का मानदेय किया जाता है, इसीलिए प्रत्येक माह की 1 से 5 तारीख के मध्य भुगतान कराया जाये, साथ ही प्रत्येक माह इसकी समीक्षा कराई जाये, इसके अलावा पंचायत में इंटरनेट की व्यवस्था नहीं है, वहां इंटरनेट उपलब्ध कराया जाये, जिससे ऑनलाइन कार्यों को समय से संपन्न कराया जा सके।
इसके अलावा विगत एक वर्ष से पंचायत सहायक अपनी धनराशि का इंटरनेट उपयोग में ला रहे हैं, अभी तक इंटरनेट डिवाइस प्राप्त नहीं हुई है, जिससे समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा आदेश जारी किया था कि राज्य एवं केंद्रीय वित्त की धनराशि का भुगतान एवं पंचायत गेटवे का संचालन पंचायत सहायकों द्वारा किया जाना है, लेकिन अभी तक भुगतान संबंधित समस्त कार्य विकास अधिकारी पंचायत के द्वारा प्राइवेट व्यक्ति से करा रहे हैं, अनेक बार इसकी शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
साथ ही शासनादेश में पंचायत सहायकों द्वारा जॉब चार्ट के अनुसार ही कार्य करने को कहा था। इसके बावजूद भी इसका पालन नहीं करवाया जा रहा है, इतना ही नहीं पिछले दो वर्षों से ग्राम पंचायत में प्रधान द्वारा पंचायत सहायकों के साथियों का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है। साथ ही बिना कारण उन्हें हटाने का प्रयास किया जा रहा है।
तरह-तरह के मामलों को संज्ञान में लेकर जो पंचायत सहायक अपना कार्य ईमानदारी और समय के साथ कर रहे हैं, उन्हें परेशान किया जा रहा है। इसके अलावा पंचायत सहायकों का काम पंचायत संबंधी कामों को करना है, लेकिन वेतन मात्र 6000 रुपये है पर उनसे चार गुना काम लिया जा रहा है, इसीलिए उनका वेतन दोगुना करके 12 हजार रुपये किया जाए।
साथ ही यात्रा भत्ता के रूप में अतिरिक्त धनराशि दी जाए, क्योंकि पंचायत सहायक साथियों को दो से अधिक बार विकासखंड स्तर पर बुलाया जाता है, वहीं पंचायत सहायकों ने कहा कि प्रधान और सचिव अनाधिकृत रूप से काम करते हैं, जिसका विरोध करने पर उन्हें जॉब से निकलने की धमकी दी जाती है, इन सभी मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया गया।