Wednesday, November 29, 2023
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    चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर इटावा में जश्न: टीम में अरुण गुप्ता के घर हुआ हवन-पूजन, पिता बोले- 2012 में इसरो में शामिल हुआ

    इटावा6 घंटे पहले

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    चंद्रयान- 3 की लैंडिंग पर जश्न।

    चंद्रयान- 3 की लैंडिंग टीम में शामिल साइंटिस्ट अरुण गुप्ता के घर पर हवन पूजन के बाद जश्न मनाया गया। आतिशबाजी, डांस के साथ कस्बे में मिठाइयां बांटी गई। साइंटिस्ट अरुण गुप्ता के पिता को कस्बे के लोगों ने फूल माला पहनाकर सम्मानित किया। साइंटिस्ट अरुण गुप्ता 2012 में मंगलयान की सफल लैंडिंग का भी हिस्सा रहे है। चंद्रयान की सफल लैंडिंग में जनपद इटावा के बसरेहर कस्बे में इस समय जश्न का माहौल है। सुबह से ही इसरो में साइंटिस्ट अरुण गुप्ता का परिवार चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के लिए हवन पूजन कर रहा था। इस मौके पर अरुण के शिक्षक भी बेहद प्रसन्न नजर आए और उन्होंने उसको और उसके परिवार को बधाई दी है।

    चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग पर सारे देश में जश्न का माहौल है। लेकिन सबसे ज्यादा खुशी उत्तर प्रदेश के इटावा के लोग माने जा रहे है।इटावा के लोगों के खुश होने के पीछे बड़ा कारण यह माना जा है कि, इटावा जिले के बसरेहर कस्बे के साइंटिस्ट अरुण गुप्ता चंद्रयान-3 की लैंडिंग टीम का एक बड़ा हिस्सा है। आज सुबह से ही अरुण गुप्ता के घर खुशी का माहौल इसलिए देखा जा रहा है। क्योंकि उनके परिवार का एक सदस्य साइंटिस्ट अरुण गुप्ता चंद्रयान-3 की लैंडिंग टीम के प्रमुख सदस्य के रूप में कम कर रहे हैं।

    चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की कामना के मद्देनजर अरुण गुप्ता के परिवार के लोग सुबह से ही पूजा पाठ करने में जुटे हुए हैं। अरुण गुप्ता के परिवार के सदस्य न केवल टीवी के सामने बने हुए है। परिजन अरुण गुप्ता से भी टेलीफोन पर लगातार संपर्क में है जिनके जरिए उन्हें चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की एक-एक जानकारी सिलसिले बार ढंग से हासिल हो रही है।

    अरूण गुप्ता के परिजनों को लोगों ने बधाई दी।

    अरूण गुप्ता के परिजनों को लोगों ने बधाई दी।

    एडवांस मटेरियल स्ट्रक्चर में पीएचडी की
    साइंटिस्ट अरुण गुप्ता के पिता सूरज प्रकाश गुप्ता कपड़ा व्यवसायी हैं। कस्बे में ही उनकी दुकान है। उनके पुत्र अंकुर गुप्ता की प्राथमिक शिक्षा कस्बे के ही शिशु मंदिर से हुई। इंटरमीडिएट कस्बे के मनभावती इंटर कॉलेज से किया था। इसके बाद उन्होंने आईआईटी दिल्ली से एडवांस मटेरियल स्ट्रक्चर में पीएचडी की। पिता सूरज प्रकाश ने बताया कि अंकुर वर्ष 2012 में इसरो की वैज्ञानिक टीम में शामिल हुए। उनकी पत्नी डॉ दीक्षा एनएएल में प्रोजेक्ट एसोसिएट पद पर काम कर रही हैं। बेटे के चंद्रयान-3 टीम में शामिल होने से उत्साह का माहौल है। पूरा परिवार सुबह से पूजा पाठ कर चंद्रयान 3 की सफलता को लेकर प्रार्थना कर रहा था।तिरंगा लगाकर पिता समेत आस पड़ोस के लोगों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए।

    पढ़ने में टॉपर था
    अंकुर गुप्ता के बड़े भाई संजीव गुप्ता ने बताया कि अंकुर पहले से ही पढ़ने में टॉपर था। वैज्ञानिक कार्य में रुचि रखता था। उसी के चलते मंगलयान में भी वह सम्मिलित रहा। उसने सफलता को प्राप्त किया। इस बार में चंद्रयान 3 की टीम में शामिल है और हम सभी पारिवारिक जनों और पूरे बसरेहर कस्बा के लोगों की दुआओं का असर है कि मिशन सफल रहा है। चंद्रयान-3 सफलता के साथ चंद्रमा की धरती पर उतर गया है। इसलिए पूरे कस्बा बसरेहर में मिठाइयां बांटी जा रही हैं। वहीं शहर में कई अन्य जगहों पर भी जश्न का माहौल है।



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