उत्तर प्रदेश14 मिनट पहलेलेखक: अविनाश तिवारी
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गांधी परिवार के दामाद और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में उतरने और मुरादाबाद से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। दैनिक भास्कर से बातचीत में वाड्रा ने कहा कि राजनीतिक परिवार से जुड़े होने के कारण मुझे परेशान किया जा रहा है। राजनीति में न होने के बावजूद वे सियासी लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ”मेरे पास कई लोगों के पार्टी में शामिल होने के ऑफर आए हैं। एक बड़े नेता ने कहा कि अगर मैं उनकी पार्टी में शामिल हाेता हूं तो वो मेरे ऊपर चल रहा केस खत्म करा सकते हैं। यहां तक ED और जांच एजेंसियों से भी छुटकारा दिला देंगे।”
रॉबर्ट वाड्रा का फ्यूचर प्लान क्या है? क्या वह चुनाव लड़ेंगे? राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर उनकी क्या राय है…आइए बारी-बारी से सभी सवालों के जवाब पढ़ते हैं…

यह फोटो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ड वाड्रा की है। उन पर मनी लांड्रिंग का केस चल रहा है।
सवाल: क्या आप चुनाव लड़ेंगे?
जवाब: मेरे चाहने से कुछ नहीं होगा। जो लोग चाहते हैं, वो होगा। मेरे पास कई जगह से लोग आते हैं, मुरादाबाद से लोग आते हैं। कहते हैं- आप मेहनती हो। कोविड के समय मैंने कार्य किया। कई मुद्दों पर मैं बोलता हूं। लोगों को दिखता है कि बीजेपी ने जिस तरह से मेरे साथ व्यवहार किया। एजेंसियों का दुरुपयोग करके मुझे मुश्किलों में डालने की कोशिश की। मेरे बिजनेस के जरिए मुझे परेशान किया गया। इसलिए लोगों को लगता है कि अगर मैं संसद में रहूंगा तो मैं अपनी बात रख पाऊंगा और सभी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
मुझे लगता है कि मैं अपने दफ्तर में बैठकर बहुत सी राजनीतिक चीजों का जवाब नहीं दे पाऊंगा। मुझे भी राजनीति में उतरना चाहिए। लेकिन, मेरा परिवार और पार्टी जब चाहेगी या हां बोलेगी, तब मैं चुनाव लड़ूंगा। मुझे हमेशा लगा है कि संसद में पहली जगह प्रियंका की है। पहले उसे जाना चाहिए। प्रियंका ने बहुत मेहनत की है, उन्हें संसद में होना चाहिए। प्रियंका के बाद ही मैं राजनीति में कदम रखना चाहता हूं।
मैं अन्य पार्टियों के लोगों से भी मिलता हूं। उनको लगता है कि मैं राजनीतिक तरीके से बात रखता हूं। वो लोग मजाक में कहते हैं कि आप हमारी पार्टी से आ जाओ। मुझे किसी ने ये भी बोला कि आप हमारी पार्टी में आ जाओ, जो भी आपकी मुश्किलें हैं, वह हट जाएंगी। लेकिन, मैं कभी दूसरी पार्टी में जाने की सोच भी नहीं सकता हूं। मैं इस परिवार का सदस्य हूं। सभी से मैंने बहुत कुछ सीखा है। पार्टी और परिवार चाहेगा, तभी राजनीति में कदम रखूंगा।

1997 में रॉबर्ट वाड्रा ने प्रियंका गांधी से शादी की थी।
सवाल: क्या प्रियंका गांधी पीएम नरेंद्र मोदी को हरा पाएंगी?
जवाब: प्रियंका कहीं से भी लड़े या देश के किसी भी कोने से, वो जरूर जीतेगी। वो इसलिए जीतेंगी क्योंकि लोग उन्हें चाहते हैं। उन्हें प्यार करते हैं। उनकी मेहनत को समझते हैं। अभी जिस तरह से कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में प्रियंका ने मेहनत की लोगों ने देखा और समर्थन किया, उनकी वजह से जीत में आसानी हुई है।
एमपी में प्रियंका ने प्रचार शुरू किया। वो लोगों के बीच में रहती हैं। लोगों की मुश्किलें, वो समझती हैं। अपने पिताजी से और अपने दादी से उन्होंने सीखा है। पीएम को हराने की जहां तक बात है, वो प्रियंका की सोच नहीं हैं। उनकी सोच है कि जिस भी क्षेत्र को वो चुनें, वहां प्रगति हो और भेदभाव न हो।
हम ये नहीं सोचते कि हमें किसी को हराने के लिए लड़ना है। जो भी पार्टी चाहेगी, प्रियंका उसके अनुसार कदम लेंगी। जिस क्षेत्र में बदलाव की जरूरत है और मुश्किलें हैं, वहां से प्रियंका लड़ने को सोचेंगी। न कि किसी को हराने के लिए या बदला लेने के लिए। जो वायदा प्रियंका करेंगी, वो पूरा करेंगी।
सवाल: भारत जोड़ो यात्रा क्या फिर से होनी चाहिए?
जवाब: जरूर, राहुल के साथ मैं यात्रा में कई जगह रहा। मैंने देखा राहुल को लोग पसंद कर रहे थे और अपनी समस्या बता रहे थे। मुझे लगा ये तरीका बहुत अच्छा है। जमीन पर जाकर उनकी समस्या समझी है। उस वक्त चुनाव भी नहीं था। हर क्षेत्र में जमीन पर समस्याओं को समझ के कार्य होना चाहिए।

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में रॉबर्ट वाड्रा भी राहुल गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले थे।
सवाल: चंद्रयान-3 कल चांद की सतह पर पहुंच रहा है, आप इसे कैसे देखते हैं?
जवाब: चंद्रयान की कामयाबी पर मुझे बहुत खुशी है। मैं बहुत खुश हूं कि हम इस तरह से प्रगति कर रहे हैं, लेकिन मुझे दुख भी है कि मणिपुर में जिन मुश्किलों को मैंने देखा, सुना और जो वीडियो आया, जिसमें महिला-बच्चों के साथ अत्याचार देखा गया है। मुझे यही दुख है कि स्मृति ईरानी संसद में गलत बोलती हैं। वो महिला बाल विकास मंत्री हैं, उनको मणिपुर में होना चाहिए और सुख-शांति के लिए प्रयास करना चाहिए। स्मृति की सरकार है। राज्य में उनको बात करनी चाहिए और अगर लगता है कि सरकार नहीं कर पा रही है तो उन्हें एबब पार्टी लाइन जाकर बात करनी चाहिए।
राहुल मणिपुर गए थे। उन्होंने मुझे भी समझाया है कि वहां क्या माहौल है। साथ ही वो चाहते हैं कि मैं अपनी टीम के साथ एक महीने के लिए वहां जाऊं। वहां जाकर सेवा करुं। हमें मेहनत करनी चाहिए। देश में जहां भी मुश्किलें हो रही हैं, उस ओर भी ध्यान दें। साथ ही चंद्रयान जैसी प्रगति पर भी ध्यान दें।