इटावा14 मिनट पहले
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एक ही परिवार में एक के बाद दूसरी मौत।
इटावा में मामूली रंजिश के चलते तीन दिन के अंदर एक ही परिवार के दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। एक शख्स की लाठी डंडे से पीटकर हत्या तो वहीं दूसरे शख्स का शव पेड़ से लटका मिला है। पुलिस हत्या और आत्महत्या में उलझी हुई दिखाई दे रही है। लेकिन मृतक के परिजन हत्या का आरोप लगा रहे है। लेकिन पुलिस प्रथम दृष्ट्या आत्महत्या मान रही है। नीम के पेड़ पर लटके हुए शव की शिनाख्त करवाकर पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। बसरेहर थाना क्षेत्र के किल्ली सुल्तानपुर गांव के पास खेतों में नीम की पेड़ पर फांसी के फंदे पर शव लटका मिला था।
तीन लोगों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज
बीते मंगलवार को मामूली विवाद में सत्यपाल की उसके पारिवारिक भतीजे ने लाठी डंडे से मारकर हत्या कर दी थी। बसरेहर पुलिस ने इस मामले में तहरीर के आधार पर तीन लोगों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। जिसमें एक मुख्य आरोपी अंकित जोकि मृतक का भतीजा बताया जा रहा है। उसको गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। बीते शुक्रवार को सत्यपाल के हत्यारोपी और पारिवारिक पुलिस से फरार भाई भ्रमपाल पुत्र दामोदर का शव घर से करीब 5 किलोमीटर दूर सूनसान जगह पर नीम के पेड़ से लटकता ग्रामीणों को मिला। घटना की सूचना पर शव की शिनाख्त करवाई गई। जिसमें पता चला मृतक सत्यपाल का हत्यारोपी है।
जानकारी के मुताबिक किल्ली सुल्तानपुर की कुछ महिलाएं खेतों पर अपने जानवरों के लिए घास काटने के लिए गई हुई थी। जब वह घास काट कर वापस गांव लौटे तो वह उसी नीम के पेड़ के नीचे छाया में बैठ गई। कुछ देर बाद उनकी निगाह फांसी के फंदे पर लटके हुए शव पर पड़ी, तो वह चीखने चिल्लाने लगी। गांव वालों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे गांव वाले व ग्राम प्रधान पुत्र केशव ने बसरेहर थाना प्रभारी सनत कुमार को सूचना दी मौके पर पहुंचे बसरेहर थाना प्रभारी व हल्का इंचार्ज अरविन्द यादव पुलिस फोर्स के साथ जांच पड़ताल की और अपने उच्च अधिकारियों को सूचना दी।

चार दिन पहले ई-रिक्शा चालक की हुई थी हत्या
सैफई सीओ फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर शव को नीम के पेड़ से ग्रामीणों की मदद से नीचे उतरवाया, तो उसे मृतक युवक की जेब से 810 रुपए, एक मोबाइल, एक चार्जर बरामद हुआ। मोबाइल से जब उसकी जानकारी की तो लोगों ने बताया उसका नाम ब्रह्मपाल राजपूत पुत्र दामोदर राजपूत निवासी मुहब्बतपुर थाना बसरेहर के रूप में हुई।
सीओ नागेंद्र चौबे ने बताया कि चार दिन पहले ई-रिक्शा चालक की लाठी डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। उसी में ब्रह्मपाल पुत्र दामोदर सिंह वांछित चल रहा था। जिसका किल्ली सुल्तानपुर गांव के पास बेचेलाल के खेत पर नीम के पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर इटावा पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
आरोपी जान से मारने की दे रहे थे धमकी
ब्रह्मपाल की साली ने बताया कि हमारे परिवार में एक घटना घटित हो गई थी। इसके बाद मेरे जीजा ब्रह्मपाल के ऊपर भी मुकदमा दर्ज कराया गया था। उसके बाद से जीजा लापता थे। उनसे कोई भी संपर्क नहीं हो रहा था। लेकिन इस बात की सूचना पुलिस के द्वारा दी गई। कि भ्रमपाल का शव नीम के पेड़ पर लटका हुआ है। इस पूरी घटना में कहीं ना कहीं उनकी हत्या की गई है। परिवार के लोगों ने उन पर मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी उनको को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। अब उनका शव पेड़ पर लटका मिला है, तो निश्चित ही उन लोगों के द्वारा उनकी हत्या करके उनके शव को नीम के पेड़ पर हत्या करके टांग दिया है।
वहीं परिवार के व्यक्ति रवि ने बताया कि परिवार में मामूली बात को लेकर लड़ाई झगड़ा हुआ था। उसके बाद सतपाल की मौत हो गई थी। लेकिन अब भ्रमपाल का भी शव पेड़ से लटका मिला है। इस बात की जानकारी नहीं है कि उनकी हत्या हुई या उन्होंने आत्महत्या की। लेकिन वह पुलिस के नाम से काफी भयभीत रहते थे। उनके ऊपर मुकदमा दर्ज भी किया गया था। इस कारण बताना मुश्किल है कि उन्होंने किस वजह से आत्महत्या की या फिर उनकी हत्या की गई।