बांगरमऊएक घंटा पहले
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उन्नाव की दिशी कटियार मिशन आदित्य एल-1 की करेंगी ट्रैकिंग
चंद्रयान-3 के बाद अब मिशन आदित्य एल-1 की ट्रैकिंग उन्नाव जिले की बेटी करेगी। भारत के आदित्य एल-1 अभियान में शामिल होकर सूर्य की अदृश्य किरणों व सौर विस्फोट से निकलने वाली ऊर्जा के बारे में जानकारी जुटाएंगी। उन्नाव जिले के बांगरमऊ क्षेत्र के गांव नसिरापुर की रहने वाली वैज्ञानिक की सफलता से माता-पिता व क्षेत्रवासियों का सिर गर्व से ऊंचा हो गया।
उन्नाव जिले के दो बेटों के अलावा मिशन चंद्रयान-3 में बेटी भी शामिल रही। इंजीनियर बेटी अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के आगामी मिशन आदित्य एल-1 की ट्रैकिंग की खबर से नगर व क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है।
बता दें कि उन्नाव के बांगरमऊ क्षेत्र के गांव नसिरापुर निवासी इंद्रपाल कटियार रेलवे में चीफ विजिलेन्स ऑफिसर स्टोर के पद पर तैनात हैं। उनकी पत्नी विनीता कटियार प्रयागराज में शिक्षक हैं। उनकी बेटी दिशी कटियार बचपन से माता-पिता के सानिध्य में रहकर प्रयागराज में ही शिक्षा ग्रहण करती रही है।
इसरो प्रशासन ने दिशी को मिशन आदित्य एल-1 की ट्रैकिंग टीम में शामिल किया है। इस मिशन में दिशी इसरो के कंट्रोल एंड कमांड सिस्टम में साइंटिस्ट-सी के तौर पर योगदान दे रही हैं। दिशी को इलेक्ट्रॉनिक एंड टेली कम्युनिकेशन में विशेषज्ञता हासिल है। उसने वर्ष-2019 में एनआईटी दुर्गापुर से बीटेक किया था।
इसके बाद सन-2022 में वह इसरो में बतौर साइंटिस्ट चयनित हो गईं थीं। खास बात यह है कि साइंटिस्ट दिशी चंद्रयान-3 को सफलता पूर्वक चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारने वाली ट्रैकिंग टीम में भी शामिल रहीं हैं। जिसके बाद अब दिशी को मिशन आदित्य एल-1 की ट्रैकिंग टीम में शामिल किया गया है।
इस उपलब्धि की खबर मिलते ही नगर व क्षेत्र के सैकड़ों लोग वैज्ञानिक के पैतृक आवास गांव नसिरापुर पहुंचे और उनके चाचा इंद्रदेव कटियार, चाची मंजू को बधाइयां दी। दिशी के दूसरे चाचा डा. इंद्र विक्रम कटियार कानपुर में डॉक्टर हैं। चाची साधना अध्यापिका हैं। भतीजी की सफलता से बेहद खुश हैं।