गाजियाबाद38 मिनट पहले
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गाजियाबाद के कस्बा डासना में पेड़ पर चढ़े अजगर को आज सुबह वन विभाग की टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू किया।
गाजियाबाद के कस्बा डासना में पेड़ पर चढ़े अजगर को देखने और पकड़ने के लिए लोग करीब 12 घंटे तक डटे रहे। वे पूरी रात पेड़ के नीचे पहरा देते रहे, ताकि अजगर उतरकर कहीं छिप न जाए। सुबह वन विभाग की टीम ने पहुंचकर करीब 10 फीट लंबे अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया। आज उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा। हालांकि ये पता नहीं चल सका कि आबादी के बीच अजगर पेड़ पर कैसे पहुंच गया?
दरअसल, लोगों ने रविवार शाम को कस्बा डासना में बस स्टैंड के पास पेड़ पर एक अजगर देखा। इसके बाद वहां लोगों की भीड़ जुट गई। इतने में अंधेरा हो गया। इस वजह से अजगर को उतारा नहीं जा सका। सैकड़ों लोग पेड़ के नीचे इकट्ठा रहे। वे टॉर्च से अजगर को देखने का प्रयास करते रहे। कभी अजगर दिख जाता तो कभी टहनियों और पत्तों के बीच में छिप जाता। रात का वक्त होने से किसी ने भी पेड़ पर चढ़ने की हिम्मत नहीं जुटाई। लोगों को डर था कि अजगर कहीं पेड़ से उतरकर आसपास के मकान-दुकान में न घुस जाए। इसलिए वे रातभर पेड़ के नीचे पहरा देते रहे।
एडवोकेट असगर ने बताया, मैं पेड़ के नीचे बैठा हुआ था। अचानक एक टहनी टूटकर नीचे गिर गई। पेड़ की तरफ देखा तो एक अजगर बैठा हुआ था। उसकी लंबाई 15 फीट से ज्यादा और मोटाई करीब 7 इंच रही होगी।
उधर, सोमवार सुबह करीब 7 बजे के आसपास अजगर ने नीचे उतरना शुरू किया। इधर, लोगों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दे दी। वन विभाग की टीम ने पहुंचकर जैसे-तैसे अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया। अजगर की लंबाई करीब 10 फीट है। टीम उसे बोरे में डालकर अपने साथ ले गई, जिसे अब जंगल में छोड़ दिया जाएगा। अजगर के पकड़े जाने से लोगों की चिंताएं दूर हुई हैं।